यह सच्ची कहानी मेरे और मेरी बहन की ननद की चुदाई की है. मैं अपनी बहन के लिए लड़का देखने गया तभी मुझे उसकी बहन ने मेरा लंड खड़ा कर दिया.दोस्तो, यह सच्ची कहानी मेरे और मेरी बहन की ननद की चुदाई की है. यह मेरी पहली कहानी है अगर कोई गलती हो मुझसे … तो आप मुझे माफ़ कर देना, यह कहानी बिल्कुल सच्ची है.
मेरा बदला हुआ नाम लव कश्यप है. मेरी लंबाई 5.6 है और मैं हरियाणा का रहने वाला हूं.
जब मैं अपनी बहन के लिए लड़का देखने गया था तो मुझे वहाँ पर उस लड़के की बहन पसंद आ गयी और मुझे लड़का भी पसंद आ गया.
बात पक्की करने के बाद मैं वहाँ से आ गया और अपनी पढ़ाई पे ध्यान देने लगा।
पर बार बार उस लड़की की याद आती रहती. बस आप समझ गए कि मुझे उससे प्यार हो गया था. उसके बाद मैंने उसके घर का नम्बर लिया और उससे बातें करना शुरु कर दी.
अब वो भी मुझे प्यार करने लग गई थी.
मेरी बहन की शादी पास आ गयी थी. मेरी खराब किस्मत का आलम यह था कि उसकी भी शादी हो रही थी. वो भी मेरी बहन की शादी से एक दिन पहले!
हरियाणा में आम तौर पर इसी तरह से दो शादियाँ एक दिन के आगे पीछे कर लेते हैं.
अगले दिन वो भी अपने भाई की बारात में आई थी. बस हम थोड़ा सा ही मिल पाए और मैंने उसको एक घड़ी गिफ्ट की.
फिर कुछ दिन बीत जाने के बाद मैं अपनी दीदी को लेने उसकी सुसराल गया और उसका भाई उसको भी ले आया.
बस फिर क्या था … मेरी तो लाटरी ही लग गयी. वो काला सूट पहने हुई थी. गोरे गोरे गाल 32-28-34 का उसका साईज था. एकदम मस्त माल … मेरा तो लंड उसको देखते ही झटके मारने लगा
था.
फिर मैं रात होने का इंतजार करने लगा. रात हुई, सबने खाना खाया और सोने की तैयारी करने लगे.
उसके मम्मी पापा तो उनके दूसरे कमरे में सो गए. मैं और वो बात करते रहे.
जनवरी का महीना था. दीदी भी सो गयी थी.
रात के 12 बज गये थे. तो फिर हम अपने काम पर लग गये मैंने उसके गाल पर होंठों पर बहुत किस की. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. हमारे अंदर इतनी आग लग गई थी जो सिर्फ चुदाई के बाद ही शान्त हो सकती थी.
मेरा लंड भी उफान मार रहा था.
फिर हमने अपने कपड़े उतारे. हम बिल्कुल नंगे हो गये थे. जब उसने मेरे लंड की तरफ देखा तो वो डर सी गई और कहने लगी- यार, मैं तेरे साथ सेक्स नहीं कर सकती.
तो मैंने पूछा- क्यों?
वो बोली- आपका ये बहुत बड़ा है. और अगर उसको (उसके पति को) मालूम हो गया तो मुझे प्रॉब्लम हो सकती है.
मैंनें उससे पूछा- उसे कैसे मालूम होगा?
उसने बताया- उसका आपके वाले से छोटा है. आप का बहुत बड़ा है.
मैंने उसको समझाते हुये कहा- ऐसा कुछ नहीं होगा. कुछ दिन बाद तेरी चुत वैसे ही हो जायेगी.
उसने मेरे पे विश्वास किया.
दोस्तो … जब उसने अपने सारे कपड़े उतारे तो बस मैं उसको ही देखता रहा.
फिर हम काफी देर तक किस करते रहे.
मैंने उसकी गर्दन पर काफी किस की. वो अब गर्म हो चुकी थी. काफी देर तक मैंने उसकी गौरी गौरी चूचियाँ पी. बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर मैंने अपना लंड उसके मुंह में दे दिया तो उसको उल्टी आने को हुई और उसने मेरा लंड बाहर निकाल दिया.
कुछ देर बाद फिर मैंने दोबारा अपना लंड उसके मुख में डाल दिया. अब की बार वो बड़े चाव से चूस रही थी. मुझे तो इतना मज़ा कभी भी नहीं आया था.
काफी देर चूसने के बाद जब वो थक गयी तो उसने लंड अपने मुंह से बाहर निकाल दिया.
अब मेरी बारी थी. मैं जैसे ही उसकी चूत चूसने लगा तो दोस्तो … उसको इतना मज़ा आया कि वो गिरने को हुई.
वो बोली- मैं लेट जाती हूँ.
बस वो पास में पड़े सोफ़े पर लेट गयी और मैं उसकी चूत चाटने लगा.
वो बोली- बहुत मज़ा आ रहा है. और करो!
ऎसा कहते कहते वो झड़ गयी.
कुछ देर बाद वो बोली- अब तुम मुझे चोद दो. मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है.
बस फिर मैंने उसकी टांगें चौड़ी करके अपने लंड पे थोड़ा सा थूक लगा के उसकी चुत पे लंड लगा के एक धक्का लगाया. तो लंड का टोपा ही अंदर गया.
वो बोली- बाहर निकालो, मुझे दर्द हो रहा है.
मैंने उसकी एक ना सुनी और एक बार फिर जोर धक्का मारा तो लंड उसकी चुत को चीरता हुआ पूरा अंदर समा गया.
इससे उसकी चीख निकलने को हुई तो मैंने उसके मुंह पर अपना हाथ रख दिया और कुछ देर लेटा रहा.
जब उसका दर्द कम हुआ तो धीरे धीरे मैंने चोदना शुरू कर दिया.
अब उसे भी मज़ा आ रहा था.
मैं कभी किसी तरह तो कभी किसी तरह उसे चोद रहा था. मैंने उसको कई बार उस रात चोदा.
वो बोली- मुझे आज तक इतना मज़ा कभी नहीं आया है.
उसके बाद भी मैंने उसे कई बार चोदा और उसे अपने लंड की दीवानी बना दिया. उसे मेरे लंड और मेरे से इतना प्यार हो गया था कि उसने अपने पति को नपंसुक बता कर उससे तलाक भी ले लिया.
एक दिन उसे मैंने 6 बार चोदा.
फिर उसके घर वालो ने उसकी शादी दूसरी जगह कर दी. फिर कभी उसकी चुदाई नहीं हो पाई.
दोस्तो, कैसी लगी ये मेरी सच्ची कहानी