हॉट डॉक्टर Xxx कहानी मेरी है. मैं एक MR हूँ. मैं एक लेडी डॉक्टर को गिफ्ट देने उनके घर गया तो उन्होंने मुझे अंदर बुला लिया. सर्दी के दिन थे तो उन्होंने मुझे ड्रिंक ऑफर की.
नमस्कार मित्रो!
मेरा नाम मोहित गुप्ता है।
मेरी उम्र 25 वर्ष है।
मैं अच्छा खासा हट्टा–कट्टा और जवान हूँ।
मुझे 35 से 50 साल तक की भाभियों और आंटियो की चूत चोदना बहुत पसंद है।
मैं एक दवा कंपनी में एम आर हूँ जहां मुझे डॉक्टरों के पास अपनी कंपनी की दवा के प्रचार–प्रसार के लिए जाते रहना होता है।
हॉट डॉक्टर Xxx कहानी एक गायनोकोलोजिस्ट की चुदाई की है.
ऐसे ही एक दिन मैं एक सरकारी औरतों की डॉक्टर के पास गया।
उनसे मिला, उनकी उम्र लगभग 45 की होगी लेकिन लगती एकदम 30 की ही थी।
उनकी चूचियां और गांड बहुत उभरे हुए थे।
मैं उनसे मिला.
मेरी कंपनी ने उनके लिए कुछ रजाई उपहार के स्वरूप में भेजी थी।
मैं उसे लाना ही भूल गया था तो मैंने उनसे उनका नंबर मांगा।
फ़िर मैंने उनसे कहा– मैम, मैं आपका उपहार शाम को आपके घर पहुँचा दूंगा।
वे भी सहमत हो गई और मैं उनका नंबर लेकर वहां से चला गया।
रात के लगभग 9 बजे मुझे रजाई देने की याद आई।
तो मैंने तुरंत अपनी स्कूटी उठाई और पहुँच गया उनके घर!
घर पहुँच कर मैंने डोर बेल बजाई।
थोड़ी देर बाद उन्होंने ही दरवाज़ा खोला।
उन्होंने सफेद रंग की नाइटी पहनी हुई थी जिसके अंदर से उनकी गुलाबी रंग की ब्रा चमक रही थी।
दोस्तो, क्या बताऊं मैं आप सब को वे इतनी सेक्सी लग रही थी मानो मेरे सामने कोई हिरोइन खड़ी हो।
उन्होंने मुझे अंदर आने को कहा।
तब मैंने मना करते हुए बोला– रात हो गई है आप यहीं यह तोहफा ले लो!
तो उन्होंने कहा– अंदर आकर चाय–पानी तो कम से कम पी लो।
तब मैं उनके घर अंदर गया।
मैं हॉल में जा कर सोफे पर बैठ गया और वे भी मेरे सामने सोफे पर बैठ गई।
उनकी ब्रा को देख कर मेरा लंड मानो पैंट से बाहर आकर उनकी चूत की दीवार को चीरना चाह रहा हो।
मैंने पूछा– मैम, और कौन–कौन रहता हे आपके घर में?
वे बोलीं– एक बेटी है, वह यूक्रेन से एमबीबीएस कर रही है और पति मुंबई में डॉक्टर है। दोनों बाहर रहते हैं और मैं अकेली हूँ!
यह सुनकर मानो मेरे लंड ने ठान लिया हो कि उनकी चूत की दीदार तो करना ही है।
वे बोलीं– चाय लोगे या कॉफी?
तो मैंने मजाक के लहजे में कह दिया– जी, मैं दूध पीता हूँ, चाय नहीं!
यह बात सुनते ही वे हंस पड़ी।
वे जैसे मेरी बात को समझ गई हों!
और उनकी एक निगाह मेरे पैंट के अंदर सख्त लंड पर चली गई थी।
फ़िर वे बोलीं– अच्छा यह बताओ दूध लोगे या रम?
क्योंकि दिसंबर का महीना था तो मैंने झट से बोला– मैम, आप भी लेती हो?
वे बोलीं– हाँ कभी–कभी!
तो मैंने भी रम के हामी भर दी।
वे बोलीं– सामने वाली अलमारी से तुम बोतल निकालो! मैं सोडा और गिलास लाती हूँ।
दोस्तो, अब तो मानो ऐसा लग रहा था कि आज मेरी लॉटरी लग गई हो।
मैंने 4 पैग और उन्होंने 3 पैग पिए।
वे बिल्कुल मेरे बगल में बैठी थी।
उन्होंने मुझसे पूछा– तुम्हारी शादी हो गई है?
मैंने कहा– नहीं!
फ़िर वे बोलीं– कोई जीएफ तो होगी?
मैंने कहा– नौकरी से फुर्सत कहां मिलती है!
वे और मैं एकसाथ जरा सा मुस्कुरा दिए।
फ़िर मैं उनसे बोला– मैम, मैं निकलता हूँ।
तो वे बोलीं– आज रात तुम यहीं रुक जाओ, तुमने पी ली है, ऐसे में जाना सही नहीं!
वे भी मुझे अपनी गांड और चूत के दर्शन कराना चाहती थी।
तो मैंने थोड़ा न–नुकुर किया फ़िर मान गया।
फ़िर हमने खाना खाया और उसके बाद वे अपने रूम में चली गई और मुझे अलग रूम में लेटने को बोल दिया।
कुछ देर बाद जब मैंने उनके कमरे में झांक कर देखा तो वे अपनी नाइटी के ऊपर से ही अपनी चूत सहला रही थी और एक हाथ से अपनी एक चूची को दबा रही थी।
अचानक पास में रखी मेज से मेरा हाथ लग गया जिससे उस पर रखा गिलास गिर गया।
उन्होंने गिलास टूटने की आवाज़ सुनी और तुरंत अपना सर घुमाया और मुझे देख लिया।
मैं घबरा गया और सीधा खड़ा हो गया।
फ़िर वे बोलीं– मोहित, कुछ चाहिए आपको?
नशे में होने की वजह से मैंने भी बोल दिया– आपके साथ सोना है!
मेरी बात पर वे मुस्कुरा दी और बोलीं– आ जा मेरे राजा, मेरी प्यास बुझा दे!
मेरे तन–मन में मानो आग जल उठी हो।
मैं जाकर उनके होंठ को चूमने लगा, एकदम गुलाबी होंठ।
वे भी मुझे चूमने लगी।
फ़िर मैंने अपनी पूरी जीभ उनके मुंह में डाल दी और एक हाथ से उनकी भारी चूची दबाने लगा।
वे सिसकारियां भरने लगी।
उन्होंने मेरे पैंट की चैन खोली और मेरा 7 इंच का लंड अपने हाथ से सहलाने लगी।
मैंने तुरंत अपने सारे कपड़े उतार दिए और उनकी नाइटी भी।
उन्होंने अंदर ब्रा और पैंटी नहीं पहनी थी।
फ़िर मैंने उनके पैर के अंगूठे को चूमना शुरू किया और धीरे–धीरे ऊपर बढ़ने लगा।
वे मेरा बाल सहला रही थी।
उनकी चूत एकदम साफ़ और अंदर से गुलाबी थी।
उनके शरीर को चूमते हुए जैसे ही मैं उनकी चूत के पास पहुँचा।
उन्होंने मेरे बाल पकड़ कर, मेरा मुंह अपनी चूत से सटा दिया और अपनी कमर हिलाते हुए बोलीं– आज मेरी प्यास बुझा दो मोहित, बहुत दिन से यह चूत लंड की प्यासी है!
मैं भी मस्त होकर हॉट डॉक्टर की Xxx चूत को चाटने लगा।
लगभग 20 मिनट के बाद उनका नमकीन पानी मेरे मुंह में छूट गया।
फ़िर मैं खड़ा हुआ और उनको घुटने के बल बिठा कर अपना लंड उनकी मुंह में डाल दिया।
वे भी बड़े प्यार से उसे चूसने लगी।
फ़िर मैंने उनको लेटने को बोला और उनकी गांड के नीचे दो तकिया लगा दिये जिससे उनकी कमर का हिस्सा ऊपर हो गया।
मैंने अपने लंड का टोपा उनके चूत से चिपका दिया और एक ही झटके में आधा लंड उनकी चूत में डाल दिया।
वे बहुत जोर से चिल्लाई लेकिन मैं जोर–जोर से झटके लगाता रहा, जिससे मेरा लंड पूरा उनकी चूत में घुस गया।
अब वे भी मुझ पूरा सहयोग कर रही थी।
लगभग 20 मिनट की चुदाई के बाद हम लोग साथ में झड़ गए।
उस रात मैंने उनकी दो बार चूत और एक बार गांड मारी।
उसके बाद तो हफ्ते में 3 से 4 दिन मैं उनके साथ ही रहता।
कई बार उन्होंने मुझे अपनी सखियों के यहां भी भेजा जिन्होंने मुझे चूत और पैसा दोनों दिया।