एग्जाम सेंटर से सैट भाभी होटल में चुदी

एग्जाम सेंटर से सैट भाभी होटल में चुदी

Xx भाभी X सेक्स कहानी मुझे एग्जाम के दौरान मिली लड़की के साथ होटल में सेक्स की है. उससे मेरी दोस्ती हुई. वह शादीशुदा निकली. हम सेक्स की बातें करने लगे और बात चुदाई तक पहुँच गयी.

मैं विक्की गुजरात का रहने वाला हूँ.

यह मेरी पहली सेक्स कहानी है.

मेरी Xx भाभी X सेक्स कहानी आज से 4 साल पहले की है.
इसमें मेरी ओर मेरी फ्रेंड उन्नति की चुदाई को लेकर लिखा गया है.

मैं आपको बता देना चाहता हूँ कि मुझे शुरू से ही सेक्स करने का भूत सा सवार रहता था.
जिधर छेद मिला, उधर अपना डंडा खड़ा हो गया.

लेकिन ऐसे कोई अपना छेद थोड़ी ही खोल देता है कि आओ और मेरे छेद में अपना हथियार डाल कर मुझे चोद लो.
तो बस अपना हाथ ही लौड़े पर चला कर उसे शांत कर लेता था.

फिर एक दिन आ ही गया कि जब मुझको चूत चोदने का मौका मिल गया.

यह बात उन दिनों की है जब मैं कॉलेज में पढ़ता था.

मेरी दोस्ती एक लड़की से एग्जाम के दौरान हुई.
हम दोनों का एग्जाम सेंटर एक ही था और मैं उसके पीछे ही बैठा था.

परीक्षा ले दौरान मैंने उसे आन्सर लिखने में मदद की और हमारी दोस्ती हो गई.

ऐसे ही बातों का दौर शुरु हो गया और बातों बातों में हम दोनों ने एक दूसरे के फोन नंबर अदला बदली कर लिए.

उसके फोन आने लगे और बातों का सिलसिला चल निकला.

वह बहुत मीठी मीठी बातें करती थी और मैं तो अपनी गिद्ध दृष्टि उसकी चूत पर ही लगाए हुए था.

मैंने भी उसे अपने साथ बातों में उलझाए रखा और दो दिन में ही हालत यह हो गई थी कि हम दोनों हर समय बात करने लगे थे.

दिन के बाद अब देर रात तक बातें होने लगीं.

हमारी बातों में सेक्स का समावेश भी होने लगा; नॉनवेज चुटकुले और हल्की फुल्की सेक्स क्लिप्स का आदान प्रदान भी होने लगा.

चार दिन बाद ही मैंने उसे प्रपोज़ कर दिया.
उसने बोला कि सोच कर बताऊंगी.

अगले दिन उसने मुझे आई लव यू बोला.
मैंने भी उससे आई लव यू टू जान बोला.

हम दोनों ही बहुत खुश थे.

अब एग्जाम भी खत्म हो गए थे.

एक दिन हम दोनों बात कर रहे थे तभी उसने एक धमाका किया.
उसने मुझे बताया कि वह शादीशुदा है.

यह सुनकर मैं एकदम से सकपका गया कि कहीं मैंने रोंग नंबर तो डायल नहीं कर दिया.
मैंने इस भाभी से मुहब्बत करके कोई ग़लती तो नहीं कर दी!

मैं धीमे स्वर में सॉरी बोला.
तो उसने खिलखिला कर कहा- अरे यार, तो इसमें बुरा क्या है. तुम मुझे पसंद करते हो, मैं भी तुम्हें चाहती हूँ. क्या गलत है?

मैंने कहा- यार, मुझे बुरा नहीं लगा … पर हैरानी जरूर हुई.
उसने मुझे आगे कुछ भी कहने से पहले ही कहा- आई लव यू … और बस इससे आगे कुछ नहीं सुनना मुझे!

मैं भी मन ही मन खुश हो गया कि चलो लाइसेंसी बंदूक है … चाहे जितना चलाओ, कोई चिंता की बात नहीं है.

अब मेरा टारगेट उसे अपने लौड़े के नीचे लाने का था.

धीरे धीरे हम दोनों मोबाइल पर गर्मागर्म बातें करने लगे.

अब तो मैं उसके साथ खुल कर चुदाई की बातें करने लगा था और हम दोनों ही सेक्स वीडियो शेयर करने लगे थे.

उसे घोड़ी बनाकर चुदाई वाले वीडियो ज्यादा पसंद आते थे.
यह मैंने अंदाज लगाया था क्योंकि वह ज़्यादतर डॉगी स्टाइल वाले चुदाई के वीडियो ही शेयर करती थी.

एक दिन मैंने उससे पूछ लिया कि क्या तुमको कुतिया बनकर चुदने में मजा आता है!
जिस पर उसने कहा था हां यह मेरा फेवरेट पोज है.

मैंने उस दिन उससे कह दिया था- चलो कभी मैं भी उसी तरह से परफ़ोर्मेंस देकर देखता हूँ.
इस बात पर वह हंस दी थी.

एक दिन वह पीले रंग का टॉप और जींस पहन कर आई थी.
उस दिन वह बड़ी कयामत और सेक्सी डॉल लग रही थी.

मैंने उससे बोल दिया- आज क्या बिजली गिराने का मन है?
वह बोली- क्यों ऐसा क्या खास है?

मैंने कहा- अरे सब कुछ खास है. आज तो तुम बहुत ही ज्यादा हॉट और सेक्सी लग रही हो.
उसने चिढ़ भरे अंदाज कहा- मैं कैसी भी लगूँ, किसी को इससे क्या फ़र्क पड़ता है!

मैंने उसकी उदासी को समझते हुए कहा- आई लव यू डार्लिंग.
वह मेरी तरफ देख कर हल्की सी स्माइल देती हुई बोली- चलो पहले कुछ खिलवाओ … आज बिना नाश्ता किए आ गई हूँ.

फिर हम दोनों ने नाश्ता किया.
पर अचानक से उसका फोन आया तो वह अपने घर चली गई.

उसी दिन रात को मैंने उससे बोल दिया कि आज मुझे तुमको घोड़ी बनाने का मन है.
उसने बिंदास जवाब दिया- हां इस दिन का तो मैं कब से इंतजार कर रही हूँ जब तुम्हें अपनी सवारी करवाऊं!
मैंने कहा- क्या सच कह रही हो?
वह बोली- हां … तुमने अपनी तरफ से कभी कहा ही नहीं कि तुम मेरे साथ सेक्स करना चाहते हो.

मैंने अपना सर पीट लिया कि लो लड़की चूत खोलने को मरी जा रही थी और मैं चूतिया सा उसकी बात को समझ ही नहीं सका.

मैंने झट से कहा- तो बताओ कब सवारी करवा रही हो?
उसने अगले दिन का प्रोग्राम तय किया.

फिर दूसरे दिन हम दोनों ने मिलने का प्लान बनाया.
उस दिन वह गुजराती सेक्सी चनिया चोली पहन कर आई थी और गजब की सेक्सी हॉट डॉल लग रही थी.

मैंने उसे अपनी बाइक पर बिठाया और सीधा अपने दोस्त के होटल में ले गया.
उधर मैंने एक कमरा रात को बुक कर दिया था.

हम दोनों अपने कमरे में आ गए.
वह बेड पर बैठ गई.

उसके बाद उसने मेरा हाथ पकड़ा और कहने लगी कि जान मैं कब से तुम्हारा साथ चाहती थी.
मैंने सॉरी बोलते हुए कहा- यार, मैं तुम्हारे दिल की बात को समझ ही न सका था.

वह उठी और मेरे साथ चिपक गई.
हम दोनों एक दूसरे को अपनी बांहों में जकड़ कर प्यार करने लगे.

सच में उसके सीने से लग कर बड़ी राहत मिल रही थी.

तभी उसने मेरे होंठों से अपने होंठ जोड़ दिए और हम दोनों लिपकिस में लग गए.

वह सेक्स की जानकार थी तो उसने मेरे मुँह में अपनी जीभ सरका दी.
आह … इतना मादक अहसास पाते ही मैं तो समझो पागल ही हो गया.

मेरा 6 इंच का लंड खड़ा हो गया.
मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लौड़े पर रख दिया.,

वह लंड का स्पर्श करके एकदम से गर्माने लगी.

कुछ ही देर में मैंने उसके बालों को खोल दिया और उसके गाल पर किस करने लगा.
वह भी उत्तेजित हो रही थी और मेरे लंड को लगातार सहला रही थी.

हम दोनों एक दूसरे को लेकर बेड पर बैठ गए और बैठे बैठे ही लेट गए.

उसने मुझे बताया- उसका पति उसके साथ सेक्स ही नहीं करता है. अब तक शादी के बाद उसने मुझे सिर्फ कुछ ही बार चोदा है.
इन्हीं बातों के दौरान मैंने उसकी चोली और घाघरा उतार दिया.

अब वह सिर्फ़ ब्रा पैंटी में आ गई थी.
मैंने भी सिर्फ़ अंडरवियर में था.

उसकी पिंक कलर की ब्रा पैंटी बड़ी मस्त थी.
उसने पारदर्शी ब्रा पैंटी पहनी थी.

मैंने उसकी ब्रा पैंटी की तारीफ की.
तो वह हंस कर बोली- मैं यह तुम्हारे लिए ही पहन कर आई हूँ. क्योंकि आज मेरी असली सुहागरात है ना!

मैं भी उसकी इस बात पर हंस दिया और उसे किस करने लगा.
वह भी मेरा भरपूर साथ देने लगी.

फिर मैंने उसकी ब्रा उतार दी.
उसके बूब्स 34 साइज़ के थे और निप्पल भूरे रंग के.

मुझे उसके निप्पल को छेड़ने में और भी मज़ा आने लगा.
मैं उसके सामने मुँह करके लेटा था और वह एक हाथ को सर से लगा कर मुझे प्यार से देख रही थी.

मैंने उसके एक निप्पल को अपने मुँह में में लेकर चूसने और काटने लगा.
वह मादक आवाज में सिसकार कर बोली- आह … आराम आराम से करो न … मैं अब तुम्हारी ही तो हूँ.

मैंने उसका हाथ पकड़ कर मेरे लंड पर रख दिया.
तो वह लंड को दबाने लगी.

वह बोली- यह तो लोहे का हो गया है!
मैंने कहा- क्या तुमको लोहे का पसंद नहीं है?

वह हंस दी और बोली- लोहे की रॉड से तो मेरी फट जाएगी!
मैंने कहा- आजतक किसी की नहीं फटी है जानेमन … तो तुम्हारी कैसे फटेगी! फिर तुम्हारी तो खेली खाई है?

इस बात पर वह हल्के से मुस्कुरा दी और बोली- अब चलो बातें न बनाओ, मुझे बहुत जोर से वो हो रहा है!
मैंने कहा- क्या हो रहा है?
वह बोली- घपाघप करवाने का मन हो रहा है.

मुझे हंसी आ गई कि लड़की खुद अपने मुँह से घपाघप करवाने की कह रही है और मैं सिर्फ हथियार कड़क किए पड़ा हूँ.

मैंने कहा- घपाघप वाले बाबा जी को मुँह से प्यार नहीं करोगी?
वह हंस दी और बोली- सब करूंगी मेरे पिया जी … पर पहले एक बार घपाघप कर दो.

अब मैंने उसकी पैंटी निकाल दी और उसकी चूत को सहलाने लगा.

वह मेरे लंड को ऊपर नीचे करने लगी.

मैं उसके ऊपर चढ़ गया और मन नहीं माना तो मैंने अपने लंड को उसके मुँह में दे दिया.
वह मना करने लगी.

मैंने कहा- जरा सा प्यार कर दो न बेबी!
वह मान गई और लंड को चूस कर प्यार करने लगी.

वह लंड को चूसती हुई बोली- मैंने आज तक अपने पति का भी मुँह में नहीं लिया है.
मैंने कहा- मेरा लेकर देख लिया है तो बताओ कि मज़ा आया या नहीं?
उसने कहा- मजा न आता तो कब का हटा देती.

यह कह कर वह मेरे लंड को अपने मुँह में अन्दर तक लेकर चूसने लगी.

कुछ पल बाद मैं 69 में हो गया और उसकी चूत चाटने लगा.

यार मैं सही बता रहा हूँ कि चूत चूसने का मज़ा ही कुछ और आता है.

वह भी मज़े ले रही थी और आह अह की आवाज़ कर रही थी.
फिर उसने कहा- यार अब डाल भी दो, मुझसे रहा नहीं जाता.

मैं उसके ऊपर आया और लंड उसकी चूत पर रख दिया.
मैं लंड को चूत में घिसने लगा.

वह गांड उठाती हुई बोली- आह … मुझे कुछ हो रहा है … जल्दी से इसको अन्दर कर दो ना प्लीज!

तभी वह गुजराती में भी बोलने लगी- फाड़ी नख मारी चुत.
मैंने एक जोरदार धक्का दे मारा.

मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुसता चला गया.
वह एकदम से चीख पड़ी- आह मर गई … आह रुक जाओ … आह फट गई मेरी.

मैंने एक और झटका दे मारा, मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया.
वह बुरी तरह चिल्लाने लगी- निकालो इसको … मेरी चूत फट गई … आई मादरचोद हट जा!

मैंने उससे ज्यादा ताकत से फिर से शॉट मारा और उसकी आंखों से पानी निकल आया.
वह चिल्लाने लगी.

मैं रुका नहीं.

वह धीरे धीरे सामान्य होने लगी और ऊपर नीचे होने लगी.

कुछ ही देर बाद वह बोली- बहुत मज़ा आ रहा है. आह … विक्की … आई लव यू … और जोर से पेलो आह.
वह मुझे किस करने लगी.

मेरा लंड उसकी चूत में था और मुँह में मुँह में लगा हुआ था.
उसकी आवाज आनी बंद हो गई थी.

मैं उसकी जीभ को बुरी तरह से चूस रहा था.
मुझे भी मजा आ रहा था.

फिर मैंने उसके मुँह से मुँह हटाया तो उसने कहा- अभी मुझे ऊपर आना है!
मैंने कहा- घोड़ी नहीं बनना है?

वह हंस दी और बोली- घोड़ी भी बनूँगी. पहले ऊपर चढ़ने दो.
मैंने कहा- ठीक है आ जा.
वह मेरे लंड के ऊपर चढ़ गई और लंड अन्दर लेकर चुदने लगी.

उसके बाद वह घोड़ी बनी और Xx भाभी X सेक्स में मस्त चुदी.

उस दिन हम दोनों ने तीन बार सेक्स किया और दोनों को तृप्ति मिल गई.

थकान ज्यादा थी तो हम दोनों सो गए.
जब नींद खुली तब शाम के 5 बज गए थे.

वह बोली- जल्दी करो, नहीं तो मेरा पति घर पर आ जाएगा. उसके आने से पहले मुझे जाना है.

मैंने उसको अपने हाथ से अपनी गिफ्ट दी हुई ब्रा पैंटी पहनाई और कहा- फिर कब मिलोगी?
उसने कहा- अगले संडे को.

उसने मेरे लंड पर किस किया.

हम दोनों ने चैक आउट किया.



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